चमोली
बरसात में इन दिनों पहाड़ दरकने का सिलसिला जारी है ,ताजा मामला 400 मेगावाट की जय प्रकाश पावर प्रोजेक्ट के पास एक पहाड़ दरकने की है ,यह पहाड़ी बिल्कुल जोशीमठ शहर के सामने की है ,विसुवल में किस तरह से पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा दरक रहा है, और देखते ही देखते पहाड़ी का बड़ा हिस्सा अलकनंदा नदी में गिर गया, इस भू स्खलन से पावर प्रोजेक्ट को कोई नुकसान तो नही हुआ, इसी तरह पावर प्रोजेक्ट के पास पहाड़ दरकता रहा तो पावर प्रोजेक्ट को निकट भविष्य में खतरा हों सकता है।
2007 में चाई गांव में भी भूस्खलन से भारी नुकसान हुआ था ,पूरे गांव की जमीन दरक गयी थी, और कई भवन जमीजोद हो चुकी।थी, उस समय कंपनी की पावर हाउस सहित प्रोजेक्ट लाइन बर्बाद हो चुके थे,और लोगों की कई हेक्टेयर कृषि भूमि तबाह हुई थी, चाई गांव के लोग इसे खतरे के अलार्म के तौर पर देख रहे है, इस तरह भूस्खलन से गांव भी दहशत में है, यह पहाड़ी चाई गांव के नीचे है।
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