चार धाम यात्रा में यात्रियों को फर्जीवाड़े से बचाने और यात्रा को सुगम करने के लिए पर्यटन विभाग ने उठाये महत्वपूर्ण कदम, अब यात्रा मार्गो पर यात्रियों के पंजीकरण क्यूआर कोड की होगी स्कैनिंग।

देहरादून

उत्तराखंड में चार धाम यात्रा को लेकर पर्यटन विभाग नोडल विभाग के रूप में यात्रा को सुगम बनाने के प्रयासों में जुटा हुआ है, इस कड़ी में पर्यटन विभाग ने अब प्रदेश और देशवासियों को यात्रा को लेकर तीन महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं, इन सुझावों का मकसद यात्रा के दौरान फर्जीवाड़े को रोकना और यात्रा को सुगम बनाना है।

चार धाम यात्रा में यात्रियों को फर्जीवाड़े से बचाने और यात्रा को सुगम करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इसके तहत श्रद्धालुओं को तीन महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान देने के लिए कहा गया है। आपको बता दें कि राज्य में चार धाम यात्रा के लिए जरूरी रजिस्ट्रेशन में भी गड़बड़ियां सामने आई है, पकड़े गए कुछ मामलों में रजिस्ट्रेशन का पेपर फर्जी तरीके से बनवाने की बात सामने आई है जिसके बाद पर्यटन विभाग ने क्यू आर कोड के जरिए श्रद्धालुओं के रजिस्ट्रेशन का निरीक्षण करने का फैसला किया है जिसके बाद अब कोई भी श्रद्धालु फर्जी रजिस्ट्रेशन के जरिए चार धाम यात्रा नहीं कर पाएगा। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने श्रद्धालुओं को सुझाव दिया है कि रजिस्ट्रेशन में किसी भी तरह के फर्जीवाड़े से उन्हें बचना चाहिए इसके अलावा हेलीकॉप्टर की बुकिंग के लिए कोई भी बाहरी व्यक्ति के बहकावे में नहीं आना चाहिए ऐसा करने से श्रद्धालु परेशानी में आ सकते हैं।

यात्रा को लेकर पर्यटन विभाग द्वारा सुझाव दिया गया है कि यात्री लंबी यात्रा के फौरन बाद धाम में दर्शन के लिए पैदल यात्रा न करें ऐसा करने से शारीरिक रूप से थकान उनके लिए परेशानी बन सकती है लिहाजा यात्रियों को यात्रा करने से पहले अपना चार धाम के लिए शेड्यूल तय करना चाहिए ताकि रुक रुक कर यात्रा करते हुए यात्रा को सुगम बनाया जा सके। पर्यटन विभाग का तीसरा सुझाव यात्रियों की बढ़ती भीड़ से जुड़ा था पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि देश भर के यात्री चार धाम में पहुंच रहे हैं अब तक यह आंकड़ा 11 लाख से ज्यादा हो चुका है जबकि 20 लाख से ज्यादा लोगों ने यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवा लिया है। लिहाजा देशभर के यात्रियों के लिए यह जानना जरूरी है कि यह यात्रा 1 महीने की नहीं है 6 महीने तक चलने वाली इस यात्रा में यात्री बिना जल्दबाजी के चार धाम की यात्रा कर सकते हैं लिहाजा यात्रियों को अपने कार्यक्रम को उसी के अनुसार बनाना चाहिए। पर्यटन सचिव ने कहा कि 40 से 45 दिनों में ही चार धाम की यात्रा में 60 से 65% श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच जाते हैं जबकि बाद में यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम हो जाती है लिहाजा श्रद्धालुओं को इसी के अनुसार अपने कार्यक्रम तय करने चाहिए।

About Author

You may have missed