अब उत्‍तराखंड की जनता पर महंगाई की एक और पड़ने जा रही है मार, चारधाम यात्रा से पहले नया किराया लागू करने की हो रही है तैयारी, 30 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी पर बनी सहमति।

देहरादून

महंगाई कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब उत्‍तराखंड की जनता पर महंगाई की एक और मार पड़ने वाली है। पेट्रोल, डीजल, बीमा, फिटनेस शुल्क आदि मदों में हुई बढ़ोत्तरी के बाद राज्य के ट्रांसपोर्टरों को राहत देने को परिवहन विभाग ने किराये की वृद्धि का निर्णय ले लिया है।चारधाम यात्रा से पहले नया किराया लागू करने की तैयारी हो रही।

30 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी पर सहमति

इसे लेकर देहरादून में चारों संभाग के संभागीय परिवहन अधिकारियों की एक बैठक हुई। जिसमें तमाम पहलू पर चर्चा के बाद किराये में अधिकतम 30 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी पर सहमति बनी। यानी, प्रदेश में रोडवेज और निजी बसों का किराया प्रति यात्री प्रति किमी 45 पैसे से 50 पैसे महंगा हो जाएगा।

अभी निजी बसों में प्रति यात्री प्रति किमी 1.50 रुपये किराया लिया जाता है, जो बढ़कर दो रुपये हो जाएगा। वर्तमान में पर्वतीय मार्गों पर रोडवेज बसों में 1.80 रुपये प्रति किमी हिसाब पर किराया लिया जा रहा, जो बढ़कर 2.30 रुपये होगा।

प्रदेश में लंबे समय से वाहन किराये को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ है। ट्रांसपोर्टर कोरोना काल के बाद से किराया बढ़ाने की मांग कर रहे। राज्य परिवहन प्राधिकरण की ओर से जनवरी 2020 में किराया बढ़ाने का निर्णय लिया गया था। तब वाहन किराये में दस प्रतिशत की वृद्धि की गई थी। तब यह तय हुआ था कि वाहन किराये में बढ़ोत्तरी को लेकर हर वर्ष बैठक की जाएगी।

बढ़ते जा रहे डीजल व पेट्रोल के रेट का हवाला

बैठक में वाहन संचालकों ने लगातार बढ़ते जा रहे डीजल व पेट्रोल के रेट का हवाला दिया था। इस दौरान उनका तर्क था कि पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत बढऩे के साथ ही उपकरणों की कीमत भी काफी बढ़ गई है। एसटीए पांच से छह साल में किराया निर्धारण करता था, लेकिन इन तर्कों के बाद हर साल इस पर बैठक करने की बात कही गई थी।

एसटीए ने इसके लिए एक किराया निर्धारण समिति का भी गठन किया था। समिति का काम हर वर्ष पेट्रोल और डीजल की कीमतों का आंकलन कर किराये का प्रस्ताव बनाने के आदेश दिए गए थे। समिति ने पिछले वर्ष सितंबर में किराये के संबंध में मुख्यालय को प्रस्ताव भेज दिया था, लेकिन चुनावी वर्ष में सरकार इससे पीछे हट गई।

अब पेट्रोल, डीजल व उपकरणों के साथ ही टोल शुल्क, फिटनेस शुल्क में बेतहाशा बढ़ोत्तरी होने से ट्रांसपोर्टर नाराज चल रहे हैं और किराया बढ़ाने का दबाव बना रहे। इस पर निर्णय एसटीए को लेना है। इस मामले में ट्रांसपोर्टरों की नाराजगी के बाद परिवहन मुख्यालय ने चारों संभाग के आरटीओ को संयुक्त बैठक कर किराया वृद्धि की समीक्षा कर प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय को देने का आदेश दिया था।

इसी क्रम में सोमवार की देर शाम देहरादून में आरटीओ दून दिनेश चंद्र पठोई व आरटीओ पौड़ी राजीव मेहरा समेत आरटीओ ऊधमसिंहनगर संदीप सैनी और आरटीओ अल्मोड़ा शैलेश तिवारी की संयुक्त बैठक हुई। जिसमें अधिकतम 25 से 30 प्रतिशत किराया वृद्धि पर सहमति बनी।

बताया गया कि किराया वृद्धि पर एक और बैठक अगले चार-पांच दिन में होगी। फिर इसकी संस्तुति परिवहन विभाग को भेज दी जाएगी। सूत्रों ने बताया कि संस्तुति के बाद एसटीए की आपात बैठक बुलाकर किराया वृद्धि पर अधिकारिक फैसला लिया जाएगा।

चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर आज परिवहन मुख्यालय में परिवहन मंत्री चंदन रामदास परिवहन अधिकारियों के संग बैठक करेंगे। हालांकि, बताया जा रहा कि बैठक सिर्फ यात्रियों की व्यवस्था व सुविधा पर होगी। इसमें किराया वृद्धि पर चर्चा हो सकती है, लेकिन किराया वृद्धि पर फैसला एसटीए की बैठक में ही होगा।

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