उत्तरकाशी
डिगाड़ी गांव की शकुंतला देवी (49) एक हफ्ते से बीमार थी। सोमवार को ज्यादा तबियत बिगड़ने पर ग्रामीणों ने उसे डंडी-कंडी में लादकर आठ किमी पैदल चलकर बड़कोट अस्पताल पहुंचाया।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सर बडियार पट्टी के आठ गांव आज भी सड़क व स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। क्षेत्र के डिगाड़ी गांव की एक महिला हफ्तेभर से बीमार थी। सोमवार को उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। सड़क नहीं होने से ग्रामीणों ने उसे आठ किमी पैदल चलकर डंडी-कंडी से बड़कोट अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के उसे हायर सेंटर रेफर किया गया है।
डिगाड़ी गांव की शकुंतला देवी (49) एक हफ्ते से बीमार थी। सोमवार को ज्यादा तबीयत बिगड़ने पर ग्रामीणों ने उसे डंडी-कंडी में लादकर आठ किमी पैदल चलकर बड़कोट अस्पताल पहुंचाया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे हायर सेंटर रेफर किया गया। शकुंतला देवी के बेटे कैलाश रावत ने बताया कि गांव में स्वास्थ्य केंद्र की सुविधा नहीं है। एएनएम सेंटर हैं जहां अक्सर ताला लगा रहता है। क्षेत्र के लिए सड़क निर्माण कार्य भी लंबे समय से बंद पड़ा हुआ। सर बडियार क्षेत्र के डिगाड़ी गांव में आयुर्वेदिक अस्पताल किराये के भवन में चल रहा है।
यहां वर्तमान में एक फार्मासिस्ट व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तैनात हैं। जिला यूनानी एवं आयुर्वेदिक अधिकारी उत्तरकाशी रतनमणि भट्ट ने बताया कि पूरे जनपद में आयुष चिकित्सकों की भारी कमी है जिससे यहां चिकित्सक की तैनाती नहीं हो पाई है।
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