उत्तराखंड में चार धाम यात्रा अपने आख़िरी पड़ाव पर है। बाबा केदार के कपाट गुरुवार 27 अक्टूबर को विधि विधान से शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए, इसके अलावा यमनोत्री के कपाट भी विधिविधान से बंद कर दिए गए। सरकार के प्रयासों से कोरोना काल के बाद चार धाम यात्रा की रौनक़ पुनः पटरी पर लौटती हुई नज़र आई। चारधाम यात्रा ने इस वर्ष तमाम रिकॉर्ड तोड़ कर नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इस बार केदारनाथ और यमुनोत्री यात्रा में सिर्फ़ घोड़ा खच्चरों, हेली टिकट और डंडी कंडी के यात्रा भाड़े से लगभग 211 करोड़ के आस- पास कारोबार हुआ है।
इसके अलावा चारधाम यात्रा में सालों तक GMVN जहां आर्थिक नुक़सान झेल रहा था इस साल अगस्त तक 40 करोड़ की आय कर चुका है। GMVN के प्रबंध निदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि यह आँकड़ा 50 करोड़ के क़रीब जाने का अनुमान है। इसके अलावा चारधाम यात्रा से जुड़े टैक्सी व्यवसायों ने भी पिछले सालों की औसत आय से तीन गुना अधिक का कारोबार किया है।
More Stories
मेन्टल हैल्थ पॉलिसी पर प्राधिकरण की सख्ती के बाद 97 मानसिक स्वास्थ्य संस्थानो एवं नशा मुक्ति केन्द्रो ने कराया पंजीकरण, स्वास्थ्य सचिव की सख्त हिदायत मेन्टल हैल्थ पॉलिसी को लेकर किसी भी स्तर की लापरवाही नहीं की जायेगी बदार्शत
भीषण गर्मी के बीच देर शाम पहाड़ी इलाकों में मौसम ने बदली करवट, टिहरी और उत्तरकाशी समेत ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर हुई बारिश,कई जगह ओलावृष्टि, 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवा चलने का येलो अलर्ट जारी
विद्युत विभाग के 2 कर्मचारी रिश्वत लेते गिरफ्तार, नया कनेक्शन लगाने के नाम पर मांग रहे थे रिश्वत