देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना की लहर के बीच निजी प्रयोगशालाओं में या घर पर कोरोना संक्रमण की आरटीपीसीआर जांच कराना अब महंगा हो गया है। शासन ने निजी प्रयोगशालाओं की जांच की दरें दोबारा से निर्धारित की हैं। इस संबंध सचिव स्वास्थ्य डॉ. पंकज पांडेय ने स्वास्थ्य महानिदेशक को आदेश जारी किए हैं। संशोधित दरों से अधिक वसूले जाना या उक्त प्रावधानों का पालन न करना महामारी अधिनियम का उल्लंघन माना जाएगा।
आदेश के मुताबिक, अब निजी प्रयोगशालाओं में कोरोना की आरटीपीसीआर जांच 700 रुपये कर दी गई है, जो 20 जनवरी को सरकार ने पहले 500 रुपये निर्धारित की थीं। तब निजी चिकित्सालय द्वारा निजी प्रयोगशालाओं में सैंपल की जांच की दर और किसी व्यक्ति द्वारा प्रयोगशाला पर जाकर कोविड 19 की जांच कराने की दर 500 रुपये निर्धारित की गई थी।
इसी तरह निजी प्रयोशालाओं द्वारा कोविड संभावित व्यक्तियों के घर पर जाकर स्वयं आरटीपीसीआर सैंपल एकत्र कर जांच के लिए होम कलेक्शन की दर 900 रुपये कर दिया गया है, जो पहले 700 रुपये निर्धारित थी। इसमें जीएसटी भी शामिल है। वहीं राज्य सरकार द्वारा निजी प्रयोगशालाओं को सरकारी चिकित्सीलय से सैंपल की दर (400 रुपये) में कोई संशोधन नहीं है। सरकारी अस्पतालों में आरटीपीसीआर की जांच निशुल्क है।
More Stories
बुटीक में सहकर्मी युवती को बहला फुसलाकर उसके साथ बलात्कार करने वाले अभियुक्त को 24 घंटे के अंदर पुलिस ने किया गिरफ्तार
विश्व मत्स्य पालन दिवस पर मत्स्य पालन में उत्तराखंड को मिला हिमालयी और उत्तरपूर्वी राज्यों में सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार
यात्रा और पर्यटन बना महिला समूहों की आर्थिकी का आधार, 110 ‘यात्रा आउटलेट्स’ के जरिए इस वित्तीय वर्ष में अक्टूबर तक 91.75 लाख की हुई बिक्री