अपहरण के शक में लोगों ने जाम लगाकर फूंके टायर, 40 के खिलाफ केस दर्ज, बच्चा पहुंच गया अपने घर।

देहरादून

जानकारी के मुताबिक, 15 जुलाई की शाम को 12 साल का बच्चा कांवली रोड स्थित बस्ती से लापता हो गया था। यहां वह अपनी बहन व अन्य रिश्तेदारों के साथ रहता था। उसकी मां और पिता बिहार में अपने घर पर रहते हैं। उसके लापता होने के बाद रिश्तेदारों ने पुलिस से शिकायत की। शहर कोतवाली में बच्चे के अपहरण (गुमशुदगी) का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। रिश्तेदार अपने पड़ोस में रहने वाले एक दुकानदार पर उसका अपहरण करने का आरोप लगा रहे थे।

देहरादून में बच्चे के अपहरण के शक में उसके रिश्तेदारों ने कांवली रोड पर जमकर बवाल किया। टायर फूंके और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। लोगों ने एक घंटे से भी ज्यादा समय तक मार्ग को जाम किया। सूचना मिलते ही भारी पुलिस फोर्स मौके पर तैनात कर दी गई। इसी बीच पता चला कि बच्चा अपने घर बिहार में मां के पास पहुंच गया है। इसके बाद पुलिस ने जाम लगाने और बवाल करने के आरोप में 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक, 15 जुलाई की शाम को 12 साल का बच्चा कांवली रोड स्थित बस्ती से लापता हो गया था। यहां वह अपनी बहन व अन्य रिश्तेदारों के साथ रहता था। उसकी मां और पिता बिहार में अपने घर पर रहते हैं। उसके लापता होने के बाद रिश्तेदारों ने पुलिस से शिकायत की। शहर कोतवाली में बच्चे के अपहरण (गुमशुदगी) का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। रिश्तेदार अपने पड़ोस में रहने वाले एक दुकानदार पर उसका अपहरण करने का आरोप लगा रहे थे।

पुलिस ने छानबीन शुरू की तो बच्चा अकेले ही जाते दिख रहा था। रेलवे स्टेशन पर भी बच्चे को जीआरपी के कैमरे में अकेले ही देखा गया, लेकिन रिश्तेदार पुलिस की इस छानबीन से संतुष्ट नहीं हुए। सोमवार सुबह साढ़े सात बजे तकरीबन 40-50 लोग कांवली रोड पर इकट्ठा हो गए। उन्होंने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पुलिस को आने में देर हुई तो उन्होंने टायर फूंकने शुरू कर दिए और जाम लगा दिया। थोड़ी देर बाद वहां कोतवाली से पुलिस फोर्स और अधिकारी पहुंच गए।

लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन मामला शांत नहीं हुआ। कोतवाल विद्याभूषण नेगी ने बताया कि कुछ देर बाद ही पता चला कि बच्चा अपनी मां के पास बिहार पहुंच गया है। यह सुनकर सभी लोग सन्न रह गए और वहां से हट गए। कोतवाल ने बताया कि 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ बलवा और आगजनी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।

कोतवाल ने बताया कि जिस दुकानदार पर आरोप लगाया गया था, उससे भी पूछताछ की गई थी। उसने बच्चे को दुकान पर बुलाकर एक गायब पर्स के बारे में पूछा था। बच्चे ने कहा था कि जिसके पास पर्स है, वह उसे बुलाकर ला रहा है। इसके बाद वह नहीं आया। न ही घर लौटा।

बवाल कर रहे लोगों ने कांवली रोड आने वाले मार्गों पर भी टायर जलाकर फेंक दिए थे। सुबह वहां से बहुत से अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने जाते हैं। वे भी बच्चों के साथ जाम में फंस गए। पुलिस ने बमुश्किल जलते टायर हटाए और अग्निशमन की गाड़ियों से आग बुझाई। तब जाकर लोग रवाना हुए।

कोतवाल विद्याभूषण नेगी ने बताया कि पूरे प्रकरण की वीडियोग्राफी की गई है। फिलहाल सभी लोगों को अज्ञात में रखा गया है। वीडियो से सभी की पहचान की जा रही है। मामले में 40 से अधिक लोग नामजद हो सकते हैं। सभी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। क्षेत्र में सभी लोगों को चेतावनी भी दी गई है। यदि किसी ने आरोपियों को छुपाने की कोशिश की तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

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