देहरादून
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने देश को आजाद कराने में अहम योगदान देने वाले महापुरुषों का स्मरण करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम युवा पीढ़ी को प्रेरणा देने का कार्य करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार का गणतंत्र दिवस इसलिए भी बहुत ऐतिहासिक है क्यूंकि 22 जनवरी को एक ऐसा कार्य हुआ, जिसका हमें 500 साल से ज्यादा समय से इंतजार था। उन्होंने कहा कि अनेकों लोगों के बलिदान के बाद राम मंदिर का निर्माण हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में बीती 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का कार्य पूरा हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। एक भारत-श्रेष्ठ भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए हम सभी आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में भी प्रधानमंत्री के दिशा-निर्देशन में हमारी सरकार ने कई बड़ी चुनौतियों पर पार पाया है। राज्य में सख्त धर्मांतरण कानून को लागू करने के साथ ही साथ अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। भावी पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित करते हुए हमारी सरकार के द्वारा सख्त नकल विरोधी कानून लाने के साथ ही उत्तराखंड की महिलाओं को नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के कहे अनुसार हम 21 वी सदी के तीसरे दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बच्चों द्वारा दी गयी प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए इन कार्यक्रमों को तैयार करने वालों को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक सविता कपूर, निवर्तमान मेयर सुनील उनियाल गामा, चंद्रगुप्त विक्रम, तरुण शर्मा, मुकेश गोयल, डॉ एस फारूख आदि उपस्थित रहे।
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