6 करोड़ के राष्ट्रीय घोटाले में एसटीएफ/साइबर थाने ने एक अभियुक्त को दिल्ली से किया गिरफ्तार, संदिग्ध आरोपी की भारत के कई राज्य की पुलिस को थी तलाश

देहरादून

एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ जिसमें जनपद पौड़ी गढवाल निवासी शिकायतकर्ता (Ex-Service man) के द्वारा फेसबुक पर कथित Sarah hunter नामक विदेशी महिला फेसबुक फ्रेंड से फेसबुक पर दोस्ती की गयी जिसके द्वारा खुद को UK से बताकर प्रलोभन देते हुये अपने ट्रेडिशन के अनुसार अपने जन्मदिन पर दोस्त को उपहार भेजने की बात कहकर उपहार स्वरुप एक पार्सल भेजना बताया जिसके बाद शिकायतकर्ता को अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन कर खुद को कस्टम ऑफिसर बताकर पार्सल रीसिव करने हेतु पैसे भेजने की बात की गयी व logistic Director Mr. John से व्हाट्सएप नं0 पर बात करने को कहा गया तथा उक्त अज्ञात साईबर ठगों द्वारा विभिन्न टैक्स, क्लियरेंस, COT आदि के नाम पर शिकायतकर्ता से विभिन्न ट्रांजेक्शन के द्वारा कुल लगभग *42,35,453/-* रुपये की धोखाधड़ी की गयी। उक्त शिकायत के आधार पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मु0अ0सं0 03/24 धारा 420,120 बी भादवि व 66(डी) आईटी एक्ट बनाम अज्ञात का अभियोग पंजीकृत किया गया तथा विवेचना साइबर थाने के *निरीक्षक विजय भारती* के सुपुर्द की गयी।
अभियोग में अभियुक्त के विरुद्ध कार्यवाही हेतु गठित टीम द्वारा घटना में तकनीकी विश्लेषण से प्रकाश में आये नॉर्थ ईस्ट मिजोरम निवासी अभियुक्त लालमुआकिमा पुत्र लालथानजुवाला निवासी H.No C-14/B Kawnveng Durtlang, P.S. Bawangkawn, Aizawl, Mizoram को दिल्ली से किया गिरफ्तार।

अपराध का तरीकाः-
अभियुक्तगणों द्वारा फेसबुक पर विदेशी महिला की फर्जी आई0डी0 बनाकर आम जनमानस को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर फ्रेण्ड रिक्वेस्ट भेजकर उनसे दोस्ती कर व विश्वास में लेकर उन्हें विदेश से गिफ्ट/पार्सल भेजने का प्रलोभन दिया जाता है, जिसके पश्चात उनके लिये भेजे गये गिफ्ट/पार्सल को छुडाने के लिये एयरपोर्ट से फर्जी कस्टम ऑफिसर बनकर फोन कर विभिन्न टैक्स, क्लियरेंस, COT आदि के नाम पर लाखों रुपयों की धोखाधडी को अंजाम दे दिया जाता है तथा धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैक खातों में प्राप्त कर उक्त धनराशि का प्रयोग करते है । अभियुक्तगण द्वारा उक्त कार्य हेतु फर्जी बैंक खातों एवं सिम आईडी कार्ड का प्रयोग कर अपराध कारित किया जाता है ।

इसके अतिरिक्त भारत सरकार I4C गृह मंत्रालय के सहयोग से अभियुक्त से बरामद विभिन्न बैंक खातों मोबाइल नंबरों का भी गहनता से विवेचना में विश्लेषण किया गया है जिसमें अभियुक्त के ऊपर 74 मुकदमे एवं 1523 आपराधिक लिंकेज (Criminal Linkages) जो देश के सभी राज्यों में एवं केंद्र शासित प्रदेशों में मिले |
अभियुक्त के ऊपर उत्तर प्रदेश में 11, तेलंगाना में 34, दिल्ली में 01, बिहार में 03, तमिलनाडु में 08, गुजरात में 03, हरियाणा में 02, कर्नाटक में 07, पश्चिम बंगाल में 01, छत्तीसगढ़ में 03, आंध्र प्रदेश में आदि मिलाकर के कुल 74 अभियोग मैं अभियुक्त वांछित है | उत्तराखण्ड राज्य में ही 21 मामलों में अभियुक्त की संलिप्तता पाई गई है |
*गिरफ्तार अभियुक्तः-*
1- लालमुआकिमा पुत्र लालथानजुवाला निवासी H.No C-14/B Kawnveng Durtlang, P.S. Bawangkawn, Aizawl, Mizoram
*कुल बरामदगी-*
1- 03 मोबाईल फोन मय सिम कार्ड।
2- 10 सिम कार्ड
3- 11 पासबुक
4- 14 चैक बुक
5- 33 एटीएम कार्ड
6- 03 आधार कार्ड,
*पुलिस टीमः-*
1- निरीक्षक विजय भारती
2- उ0नि0 कुलदीप टम्टा
3- अपर उ0नि0 सुरेश कुमार
4-कॉन्स0 योगेश्वर कांति
5- कॉन्स0 नीरज नेगी

*वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड आयुष अग्रवाल* द्वारा जनता से अपील की है कि ऑनलाईन जॉब हेतु किसी भी फर्जी वेबसाईट, मोबाईल नम्बर, लिंक आदि का प्रयोग ना करें। किसी भी प्रकार के ऑनलाईन जॉब हेतु आवेदन करने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें। कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें । इसके अतिरिक्त गिरफ्तारी के साथ-साथ साईबर पुलिस द्वारा जन जागरुकता हेतु अभियान के अन्तर्गत हैलीसेवा वीडियो साइबर पेज पर प्रेषित किया गया है।

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