कुदरत का कहर-बारिश और आंधी के कारण एक भवन की छत भरभराकर गिरी,मासूम की मलबे में दबकर मौत,दादी गंभीर रूप से घायल।

पिथौरागढ़

पिथौरागढ़ के धारचूला ब्लॉक से करीब 45 किमी दूर ग्राम पंचायत स्यांकुरी के तोक कल्यापालपला में शुक्रवार रात बारिश और आंधी के कारण एक भवन की छत भरभराकर गिर गई। हादसे में तीन वर्षीय मासूम की मलबे में दबकर मौत हो गई, जबकि पास में सो रही दादी गंभीर रूप से घायल हो गई।

संचार सेवा दुरुस्त नहीं होने के कारण समय पर हादसे की जानकारी प्रशासन को नहीं दी जा सकी। बाद में ग्रामीणों ने नेपाली सिम का प्रयोग कर एसडीएम कार्यालय धारचूला को घटना की सूचना दी। शनिवार सुबह धारचूला के गटकुना में हुई एक अन्य घटना में बोल्डर की चपेट में आने से 70 वर्षीय वृद्धा की मौत हो गई।

स्यांकुरी के तोक कल्यापालपला में शुक्रवार रात आई बारिश और तूफान देवीदत्त पुत्र हरिदत्त के परिवार पर आफत बनकर आया। बताया जाता है कि रात में देवीदत्त घर के दूसरे कमरे में सोये थे जबकि पत्नी मालती देवी तीन वर्षीय पोती लक्ष्मी के साथ दूसरे कमरे में सोई थी। देवीदत्त का बेटा रमेश सिंह अपनी गर्भवती पत्नी हेमा देवी की जांच कराने के लिए धारचूला आए थे।

रात में अंधड़ से उनके मकान की छत गिर गई जिससे दादी के साथ सो रही मासूम लक्ष्मी की मौत हो गई जबकि मालती देवी गंभीर रूप से घायल हो गईं। संयुक्त अस्पताल धारचूला में मालती देवी का इलाज चल रहा है। संचार सुविधा दुरुस्त नहीं होने की वजह से ग्रामीण घटना की सूचना समय पर प्रशासन को नहीं दे पाए। बाद में उन्होंने नेपाली सिम का प्रयोग कर धारचूला एसडीएम कार्यालय में घटना की सूचना दी।
एसडीएम नंदन कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर रेस्क्यू के लिए प्रशासन और पुलिस की टीम रवाना कर दी गई। ग्रामीणों ने देर रात 10.45 बजे प्रशासन को नेपाली नंबर से जानकारी दी थी।

उधर शनिवार सुबह 8.15 बजे धारचूला आते समय पय्यापोड़ी गटकुना निवासी हरुली देवी (70) गटकुना नाले में गिरे बोल्डर की चपेट में आ गई जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों ने राजस्व उप निरीक्षक हुकुम सिंह धामी और प्रशासन को इसकी जानकारी दी। टीम ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। धारचूला तहसील क्षेत्र में दो हादसे होने से मातम का माहौल है।

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