देहरादून
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी है। उन्होंने इस अवसर पर किसान नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का भी भावपूर्ण स्मरण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। इस अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उत्तराखण्ड में जैविक कृषि तथा बागवानी की अपार संभावनाएं हैं। राज्य सरकार द्वारा बागवानी के क्षेत्र में सेब की खेती को विशेषरूप से प्रोत्साहित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य में मिशन एप्पल शुरू किया गया है, राज्य में नई तकनीकी के बल पर सेब के उन्नत किस्म के पेड़ लगाने से हम अच्छी क्वालिटी के सेबों का उत्पादन कर अच्छे निर्यातक बन सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के किसानों के लिए 304 करोड़ रूपये की पॉलीहाउस योजना शुरू की गई है। इसके तहत प्रदेशभर में लगभग 18000 पॉलीहाउस बनाने का लक्ष्य रखा गया है जिनके माध्यम से राज्य के एक लाख से अधिक कृषकों को रोजगार मिलेगा। राज्य के पर्वतीय जिलों में खेती और बागवानी से किसानों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कृषि के अंतर्गत स्टेट मिलटे मिशन लॉन्च किया गया है। मिलेट के मार्किटिंग को बढावा देने हेतु श्रीअन्न भोजन महोत्सव मनाये जा रहे है। जिसमें लगभग 12000 किसानों द्वारा प्रतिभाग किया गया है। इस तरह के आयोजनों से न केवल मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि इससे किसानों को भी मोटे अनाजों से संबंधित आवश्यक जानकारियां प्राप्त होंगी। देश में वर्ष 2023 को ’’मिलेट्स ईयर’’ के रूप में मनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में आज समस्त विश्व हमारे देश की परम्परागत फसलों के महत्व को समझ रहा है। भारत के प्रस्ताव पर ही ’’संयुक्त राष्ट्र संघ’’ ने 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया है। ’’श्री अन्न’’ भारत में समग्र विकास का माध्यम बन रहा है इसमें गांव और गरीब जुड़ा है और अब देश का प्रत्येक नागरिक भी इससे जुड़ रहा है। श्री अन्न फसलों में पौषणीय तत्व के साथ-साथ औषधीय गुण भी पाये जाते है।
उन्होंने कहा कि राज्य के पर्वतीय जिलों के कृषकों से मंडवा, झिंगोरा, चौलाई जैसे मोटे अनाजों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कर रही है साथ ही किसानों को इसका ऑनलाइन भुगतान भी किया जा रहा है। इससे न सिर्फ किसानों की आय में बढ़ोतरी हो रही है बल्कि मिलेट उत्पादों के उत्पादन हेतु किसान प्रोत्साहित भी हो रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रदेश भी मुख्य रूप से गांवों की भूमि है तथा गांवों में रहने वाली अधिकांश आबादी किसानों की है। कृषि उनकी आय का मुख्य साधन है। प्रदेश मेें कृषि की तस्वीर बदलकर किसानों की खुशहाली का हमारा संकल्प है।
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