साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून में आये एक ही दिन में करोड़ो रूपये के धोखाधड़ी के 3 अलग-अलग मामले

देहरादून

मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के निर्देशो के क्रम में प्रदेश के निवासियों को साइबर अपराधियों द्वारा जनता से ठगी करने वालो पर सख्ती कार्यवाही कर पुलिस महानिदेशक द्वारा एसटीएफ व साइबर पुलिस को प्रभावी कार्यवाही हेतु दिशा निर्देश दिये गये है ।

वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है। इसी परिपेक्ष्य में ठगों द्वारा फर्जी साइट तैयार कर आम जनता से व्हॉट्सएप / ई-मेल / दूरभाष व अन्य सोशल साईटों के माध्यम से सम्पर्क कर स्वयं को विभिन्न नामी-गिरामी कम्पनियों के एचआर बताते हुये टेलीग्राम व यूट्यूब के माध्यम से यू ट्यूब वीडियो लाईक एवं सब्स्क्राईब करने के टास्क करने के नाम पर घर बैठे लाभ कमाने का लालच देकर लाखों रुपये की धोखाधडी की जा रही है ।

इसी क्रम में धोखाधड़ी के 3 अलग – अलग मामले साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुए जिसमें अज्ञात व्यक्तियों द्वारा शिकायतकर्ताओं को टेलीग्राम / व्हॉट्सएप के माध्यम से संचालित ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से लाखों रुपये की डिजिटल वित्तीय धोखाधड़ी की जा रही है जो इस प्रकार है-

*प्रकरण 1* – अज्ञात व्यक्ति द्वारा मो0 नं0 से वादी के मो0नं0 पर व्हाट्सएप मैसेज कर टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ना, इसके पश्चात विभिन्न अज्ञात व्यक्तियों द्वारा टेलीग्राम ग्रुप में सम्पर्क कर गूगल मैप पर होटल्स के पांच स्टार रेटिंग करने जिसमें प्रति रेटिंग 50 रुपये कमाने का प्रलोभन देकर आगे के कार्य का टास्क देकर 30% रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेण्ट का आश्वासन देकर विभिन्न खातों में कुल 39,87,007/-रुपये जमा करवाकर धोखाधडी करना प्रकाश में आया है टेलीग्राम के माध्यम से संचालित ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से 40 लाख रुपये (लगभग) की डिजिटल वित्तीय धोखाधड़ी की शिकायतकर्ता हरिद्वार में क्रिप्टोकरेंसी के ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का शिकार हो गया । 2 अलग-अलग साइटों पर 40 लाख रुपये का निवेश किया गया शिकायतकर्ता को अज्ञात नंबर से एक व्हाट्सएप संदेश के माध्यम से संपर्क किया। वादी को बताया गया कि 5 स्टार रेटिंग देने पर बदले में 50/- रूपये प्रति रेटिंग के हिसाब से धनराशि दी जायेगी, और धीरे – धीरे अलग-अलग साइटों पर 40 लाख रुपये का निवेश करवाकर धोखा दिया गया।

*प्रकरण 2-* अज्ञात व्यक्ति द्वारा व्हाटसअप नम्बर पर पार्ट टाईम जाँब के नाम पर टेलीग्राम ग्रुप में जोडकर आगे के कार्य का टास्क देकर सभी टेलीग्राम हैंडल पर निवेश पर 30-40% के लाभ का आश्वासन देकर विभिन्न खातों में कुल 34,08,575.62 (चौतीस लाख आठ हजार पाँच सौ पिचहत्तर रुपये बासठ पैसे )जमा कराकर धोखाधडी करने का मामला प्रकाश में आया शिकायतकर्ता द्वारा बताया गया कि पार्ट टाइम जॉब के नाम पर रु0 34,08,757.62/- की धोखाधड़ी की गयी । एक व्हाट्सएप नंबर से घर बैठे पार्ट टाइम जॉब करने के लिए एक लिंक दिया गया। लिंक को क्लिक करने पर अज्ञात अभियुक्त ने अपने आप को 99Acers का कर्मचारी बताकर धोखाधड़ी की गयी।

*प्रकरण 3-* अज्ञात व्यक्ति द्वारा अपना नाम Maddie Madison बताते हुये मो0 नं0 से वादी के मो0नं0 पर व्हाट्सएप मैसेज कर गूगल रिव्यू पर रेटिंग कर लाभ कमाने का प्रलोभन देकर टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर आगे के कार्य का टास्क देकर विभिन्न खातों में कुल 19,41,900 /-रुपये (उन्नीस लाख इकतालीस हजार नौ सौ रुपये) जमा कराकर धोखाधडी करना।

अभियुक्तगण द्वारा नामी गिरामी कम्पनियों की फर्जी वैबसाईट बनाकर आम जनता से वट्सएप / ई-मेल / दूरभाष व अन्य सोशल साईटों के माध्यम से सम्पर्क कर स्वयं को विभिन्न नामी-गिरामी कम्पनियों के एचआर / कर्मचारी प्रतिदिन 3-8 हजार रुपये कमाने का प्रलोभन देकर जॉब ऑफर कर लिंक भेजकर टेलीग्राम एप डाउनलोड करवाकर व अपने टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ना । तत्पशचात विभिन्न यू ट्यूब वीडियो लाईक एवं सब्स्क्राईब करने के टास्क देते है तथा उसमें निवेश कर अधिक लाभ कमाने का लालच देकर धोखाधड़ी से भिन्न-भिन्न लेन देन के माध्यम से धनराशि प्राप्त करते है व धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैक खातो में प्राप्त कर उक्त धनराशि का प्रयोग करते है । अभियुक्तगणो द्वारा उक्त कार्य हेतु फर्जी सिम, आईडी कार्ड तथा फर्जी खातों का प्रयोग कर अपराध कारित किया जाता है ।

*वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड  आयुष अग्रवाल द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरो/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । साथ ही, सभी से अपील है कि वे फर्जी निवेश ऑफर जैसे Youtube like सब्सक्राइब, टेलीग्राम आधारित निवेश वेबसाइट ऑफर में निवेश न करें व किसी भी अन्जान व्यक्ति के सम्पर्क में न आये अथवा न ही किसी भी अन्जान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें। किसी भी प्रकार के ऑनलाईन जॉब हेतु एप्लाई कराने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें व शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें ।

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