देवदूत बनकर आये एसडीआरएफ के जवान,एसडीआरएफ पुलिस द्वारा जंगल चट्टी से यात्रियों को देर रात सुरक्षित पहुचाया गौरीकुंड।

सोनप्रयाग

SDRF पोस्ट सोनप्रयाग को कल देर रात चौकी सोनप्रयाग से सूचना मिली कि जंगल चट्टी के पास कुछ यात्री फंसे है । लगातार हो रही बारिश के कारण लैंडस्लाइड व मलबे आने का खतरा बना हुआ है ।अतः यात्रियों को सुरक्षित लाने हेतु SDRF की आवश्यकता है।

उक्त सूचना पर SDRF रेस्क्यू टीम तत्काल जंगल चट्टी एक लिए रवाना हुई। रात्रि का अंधेरा और गर्जन के साथ हो रही मूसलाधर बारिश ,रेस्क्यू में बाधा उतपन्न करने कि लाख कोशिश कर रही थी परंतु SDRF के सामने लक्ष्य था ,संकट में फंसी कई यात्रियों की जान की सुरक्षा का , जिसके समक्ष ये सारी बाधाएं बौनी थी। तमाम मुश्किलातों को दरकिनार करते हुए SDRF रेस्क्यू टीम जंगल चट्टी पहुची जहाँ लगभग 22 यात्री मिले। सभी यात्री केदारनाथ मन्दिर में दर्शन के उपरांत वापस आ रहे थे। अचानक बारिश तेज़ हो जाने के कारण समय से नीचे नही पहुँच पाए।

बारिश में बढ़ते खतरे को देख SDRF द्वारा बिना वक्त गवाए समस्त यात्रियों को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करते हुए नीचे लाया गया। उक्त यात्रियों में से एक महिला,नाम सुषमा रानी उम्र 55, निवासी सोनीपत ,हरियाणा की तबीयत ज़्यादा खराब हो रही थी ।बारिश में भीग जाने के कारण ठंड से स्वयम चलने में भी असमर्थ थी । उक्त महिला को SDRF टीम द्वारा स्ट्रेटचेर की मदद से नीचे लाया गया। सभी यात्रियों को समय रहते सुरक्षित गौरीकुंड लाया गया।

SDRF रेस्क्यू टीम में मुख्य आरक्षी हरीश बंगारी,
का0 मनीष रोतेला
का0 आशीष तोपाल
का0 प्रदीप रावत
का0 दीपक कुनियाल
का0 दीपक कुमार
का0 अजय बिष्ट
का0 महेश शामिल रहे।

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