शीतकाल के लिए बंद हुए बद्रीनाथ धाम के कपाट, इस वर्ष 14 लाख 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओ ने किये भगवान बदरी विशाल के दर्शन

 जय बदरी विशाल!

भू बैकुंठ श्री बदरीनाथ धाम के कपाट आज संपूर्ण विधि-विधान और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ शीतकाल के लिए श्रद्धापूर्वक बंद कर दिए गए। प्रभु बदरी विशाल से आप सभी के सुख-समृद्धि, मंगलमय एवं आरोग्यपूर्ण जीवन की कामना करता हूं।–पुष्कर सिंह धामी,मुख्यमंत्री

चमोली

विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट सेना के भक्तिमय बैंड की भक्तिमय धुनों के साथ विधि- विधान से जय बदरीविशाल के उदघोष के साथ आज रात्रि 9 बजकर 07 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद हो गये हैं। आज कपाट बंद होने के दिन दस हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।

स्थानीय लोक कलाकारों तथा महिला मंगल दल बामणी, पांडुकेश्वर द्वारा स्थानीय लोकनृत्य तथा जागर आदि का आयोजन किया गया। दानीदाताओं तथा सेना ने श्रद्धालुओं के लिए भंडारों का आयोजन किया गया। श्री बदरीनाथ धाम में मौसम साफ था। शाम सुबह सर्दी के बावजूद तीर्थयात्रियों की चहल-पहल कपाट बंद होने के अंतिम दिन तक बनी रही।

श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने अपने संदेश में यात्रा समापन के अवसर पर सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी है तथा श्री बदरीनाथ यात्रा से जुड़े सभी विभागों संस्थाओं का आभार जताया है। बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने यात्रा समापन अवसर पर सभी श्रद्धालुओं का धन्यवाद ज्ञापित किया है।

जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने श्री बदरीनाथ धाम यात्रा समापन के अवसर पर भगवान बदरीविशाल के दर्शन किये तथा कहा कि प्रशासन तथा मंदिर समिति के समन्वयन से श्री बदरीनाथ यात्रा कुशलतापूर्वक संपन्न हो रही है रिकार्ड संख्या में तीर्थयात्री पहुंचे है। श्री बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान का कार्य तेजी से चल रहा है जिससे तीर्थयात्रियों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी।

बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया कि इस यात्रा वर्ष श्री बदरीनाथ धाम यात्रा का सफल समापन हो गया है। सवा 14 लाख से अधिक संख्या में तीर्थयात्रियों ने बदरीनाथ धाम के दर्शन किये हैं। मंदिर समिति ने तीर्थयात्रियों के सरल सुगम दर्शन व्यवस्था की।

बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही चारधाम यात्रा-2024 का हुआ समापन

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