देहरादून
पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड दीपम सेठ के द्वारा उत्तराखंड पुलिस का पदभार संभालते ही इनामी एवं वांछित अपराधियों के साथ-साथ संगठित गिरोह के अपराधियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के अपने इरादे स्पष्ट कर दिए गए थे जिसके अंतर्गत कुख्यात गैगस्टरों एवं सक्रीय अपराधियों के विरुद्ध कार्यावाही हेतु व्यापक कार्ययोजना बना कर कड़ी कार्यावाही करने के स्पष्ट दिशा निर्देश निर्गत किये गये है। जिसके अनुक्रम में एस0टी0एफ द्वारा भी लगातार कार्यवाही की जा रही है। इस प्रकरण में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि पिछले कुछ माह से गोपनीय सूचनाओं के साथ-2 अज्ञात व्यक्ति के नाम से प्रार्थना पत्र एस0टी0एफ को प्राप्त हुई थी कि प्रवीण वाल्मीकी जो कि पूर्व में कुख्यात सुनील राठी गैंग का सदस्य रह चुका है और हरिद्वार में कई प्रकार के संगीन अपराधों जैसे हत्या, रंगदारी आदि को घटित कर चुका है और वह वर्तमान में सितारगंज जेल में रहते हुए भी अपने गुर्गो के माध्यम से हरिद्वार में पार्किंग के ठेके के अलावा लोगों को डरा धमकाकर उनकी बेशकीमती जमीनों को अवैध रुप से विक्रय कर रहा है और बड़ी भारी मात्रा में इस धंधे से पैसे प्राप्त कर रहा है। इस सूचना पर एस0टी0एफ0 द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक स्वपन किशोर सिंह, पुलिस उपाधीक्षक आर0बी0 चमोला के नेतृत्व में जांच शुरु की गई तो उपरोक्त तथ्यो की पुष्टि होने पर दिनांक 27-08-2025 को श्री एन0के0 भट्ट निरीक्षक एस0टी0एफ0 की ओर से थाना गंगनहर पर मु0अ0सं0 415/25 धारा 120 बी,420,467,468,471 भा0द0वि0 एवं 111, 251, 352 बीएनएस का अभियोग कुख्यात गैंगस्टर प्रवीण वाल्मिकी उसका भतीजा मनीष बाँलर, पंकज अष्ठवाल आदि 06 लोंगो के विरुद्ध पंजीकृत कराया गया और तदोपरांत कल देर रात एस0टी0एफ0 की टीम द्वारा जनपद हरिद्वार के थाना गंगनहर क्षेत्र में दबीश मारकर मनीष बाँलर और पंकज अष्ठवाल निवासीगण ग्राम सुनेहरा थाना गंगनहर जनपद हरिद्वार को गिरफ्तार किय़ा गय़ा है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि रुड़की क्षेत्र के ग्राम सुनेहरा के रहने वाले श्याम बिहारी की वर्ष 2014 में मृत्यु हो गई थी जिसकी करोड़ो रुपए की बेशकीमती संपत्ति ग्राम सुनेहरा क्षेत्र में स्थित है श्याम बिहारी की मृत्यु के पश्चात इस संपत्ति की देखभाल उसका छोटा भाई कृष्ण गोपाल कर रहा था वर्ष 2018 में प्रवीण वाल्मीकि गैंग द्वारा इस संपत्ति को कब्जा करने की नियत से कृष्ण गोपाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके पश्चात इस संपत्ति की देखभाल श्याम बिहारी की पत्नी रेखा द्वारा की जाने लगी तो प्रवीण वाल्मीकि द्वारा रेखा को धमकाकर संपत्ति अपने नाम पर करने के लिए दबाव बनाया गया परंतु वह नहीं मानी तो उसके भाई सुभाष पर वर्ष 2019 में अपने भतीजे मनीष बॉलर व उसके साथियों के साथ गोली चलवायी गई जिसमें धारा 307 भा0द0वि0 का मुकदमा थाना गंगानगर पर पंजीकृत कराया गया । इन दोनों घटनाओं से रेखा का परिवार डर गया और वह रुड़की क्षेत्र छोड़कर कहीं अज्ञात स्थान पर छिप कर रहने लगे । इसके बाद रेखा व कृष्ण गोपाल की संपत्ति को प्रवीण वाल्मिकी व उसके सदस्यों द्वारा फर्जी रेखा व कृषण गोपाल की पत्नी स्नेहलता बनाकर फर्जी पाँवर अटार्नीय तैयार की गई तथा इन सम्पत्तयों को आगे बेचा गया इस काम में मनीष बाँलर का सहयोगी पंकज अष्टवाल था जिसने रेखा की फर्जी पावर अटार्नी अपने नाम करवाकर करोंड़ो मूल्य की सम्पत्ति को खुर्द बुर्द कर आगे बेचा । प्रवीण वाल्मीकि गैंग का इतना भय था कि इस परिवार ने अपनी जान माल की रक्षा के लिए किसी से कोई भी शिकायत नहीं दर्ज कराई गई।
वर्ष 2022 में हरिद्वार जेल में प्रवीण वाल्मीकि और सुनील राठी दोनो जनपद हरिद्वार कारागार में नियुक्त थे। इसी जेल में जानसठ मुजफ्फरनगर का रहने वाला संदीप कुमार एरोन नाम का व्यक्ति भी बंद था जिसकी करीब 3:30 करोड रुपए की संपत्ति कनखल क्षेत्र में स्थित थी जिस पर उस दौरान कब्जे का विवाद चल रहा था। प्रवीण वाल्मीकि द्वारा अपने भतीजे मनीष बॉलर और संजय चांदना को जेल में मिलाई के दौरान बताया कि एरोन की संपत्ति से कब्जा हटना है और यह संपत्ति के लिए एरोन को केवल 50–60 लाख रुपए ही देने है। इसके बाद मनीष बॉलर व संजय चांदना जनवरी 2023 में जब आरोन जेल से छूट के आता है उक्त संपत्ति का एक एग्रीमेंट बिना कोई पैसे दिए अपने नाम पर कर देते हैं। परंतु इसके बाद उक्त संपत्ति के बारे में एक अन्य अपराधी आशीष शर्मा @ टुली जो कि महंत हत्या के केस में हरिद्वार जेल में गया था सुनील राठी को जानकारी देता है तो सुनील राठी द्वारा प्रवीण वाल्मीकि को धमका कर मनीष बॉलर और संजय चांदना की नाम के एग्रीमेंट को खत्म करवा दिया गया ।
इस प्रकरण में अभी तक वाल्मिकी गैंग के 02 सदस्य मनीष बाँलर एवं पंकज अष्टवाल को गिरफ्तार किया गया है। जिनसे पूछताछ में फर्जी रेखा व संलिप्त सदस्यों की जानकारी प्राप्त हुई है जिनकी शीघ्र गिरफ्तारी की जायेगी साथ ही इस प्रकरण के अलावा प्रवीण वाल्मिकी गैंग द्वारा अब तक किये गये अन्य व्यक्तियों के भूमि कब्जे से संबधित मामले प्रकाश में आये है, जिन पर आगे जांच कर कार्यावाही की जायेगी।
*गिरफ्तार किये गये अभियुक्तो के नाम-*
1- मनीष उर्फ बाँलर पुत्र स्व0 प्रदीप कुमार निवासी ऋषिनगर नई बस्ती ग्राम सुनेहरा, रुड़की हरिद्वार उम्र 40 वर्ष।
2- पंकज अष्टवाल पुत्र अशोक कुमार निवासी वार्ड न.0 40 ग्राम सुनेहरा, रुड़की हरिद्वार उम्र 30 वर्ष।
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