देहरादून
मेयर सुनील उनियाल गामा और सोनिया आनंद प्रकरण में आया आज उस समय नया मोड़ आ गया जब गूंज संस्था की अध्यक्ष सोनिया अपने कुछ समर्थकों के साथ नगर निगम पहुंची जहां उन्होंने हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू कर दिया। सोनिया निगम परिसर में जमीन पर बैठ गयी और मेयर के खिलाफ नारेबाजी की ओर कुछ देर धरना भी दिया वही सोनिया आनंद की हरकतों को देख मेयर समर्थक और निगम कर्मचारी भी मेयर के पक्ष में उतर आए और सोनिया आनंद के साथ ही उनके समर्थकों को निगम से बाहर निकाले जाने की बात पर अड़ गए। हालांकि निगम परिसर में पुलिस फोर्स भी तैनात रही जिसके चलते कोई बड़ी अनहोनी होने टल गई। इस बीच पार्षद अमिता सिंह ने भी सोनिया आनंद को समझाया कि लोकतंत्र में अपनी बात कहने का सभी को अधिकार है लेकिन उसका भी एक तरीका होता है। सोनिया आनंद का कहना था कि वो मेयर सुनील उनियाल गामा से जनहित के लिए इंसाफ मांगने आयी थी,लेकिन मेयर कार्यालय में मौजूद नही थे। मीडिया से रु बरु होते हुए सोनिया आनंद ने कहा कि वे यहां सिर्फ इसलिए आयी है कि आखिर उन्हें बेइज्जत क्यों किया जा रहा है उनका पार्क में लगा शिलापट क्यों तोड़ा गया पार्क में लगी गौतम बुद्ध के नाम के पत्थर को भी तोड़ा गया । सोनिया का कहना था कि वे अब चुप बैठने वाली नही है और आवश्यकता पड़ी तो वे कोर्ट भी जाएंगी।
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