चमोली
चमोली STP की मजिस्ट्रियल जांच रिपोर्ट आई सामने आ गयी है। जांच अधिकारी एडीएम चमोली डॉ अभिषेक त्रिपाठी ने डीएम को रिपोर्ट सौंप दी है वही डीएम चमोली ने राज्य सरकार को भी रिपोर्ट भेज दी है। रिपोर्ट में एसटीपी प्लांट की विद्युत व्यवस्था किए गए अनुबंध एवं विद्युत सुरक्षा के मानकों के अनुरूप नहीं होना बताया गया है साथ ही अनुबंधित फर्म के द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा का अभाव भी बताया गया। इसके अलावा विद्युत विभाग एवं जल संस्थान के कार्मिकों के मध्य कोआर्डिनेशन की कमी बताई गई। दुर्घटना की तीव्रता बढ़ने का कारण एसटीपी प्लांट पर पहुंचने वाले रास्ते का संकरा होना बताया,ज्वाइंट वेंचर फर्म की बड़ी लापरवाही और अव्यवस्था बताया। जांच अधिकारी ने ज्वाइंट वेंचर कंपनी के अनुबंध को निरस्त करने के अलावा
उत्तराखंड राज्य में ब्लैक लिस्ट किए जाने की संस्तुति दी है।अनुबंध की शेष अवधि में अनुबंध के अधीन समस्त सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट ओं के ऑपरेशन और मेंटेनेंस पर आने वाले खर्च मरम्मत को जॉइंट वेंचर फर्म से वसूलने की संस्तुति दी
बता दे कि चमोली में एसटीपी प्लांट हादसे में 16 लोगों की मौत हुई जिसकी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे ऐसे में आज मजिस्ट्रेट रिपोर्ट सामने आ गई है जिसमें कई तरीके की संस्तुति की गई है साथ ही निर्माण संस्था के साथ-साथ एसटीपी चलाने वाली संस्था को भी ब्लैक लिस्ट करने की संस्तुति की गई है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीधे तौर पर कहा कि चमोली में एसटीपी प्लांट में हुए हादसे पर मजिस्ट्रियल जांच की रिपोर्ट मिल गई है। इसके आधार पर कार्यवाही की जायेगी। दोषियों को कतई नहीं बख्शा जाएगा। एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। जिम्मेदारी तय करते हुए सख्त एक्शन लिया जा रहा है।
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