देहरादून में पहली बार रात में खुला जौलीग्रांट एयरपोर्ट, घर से बुलाए गए अधिकारी-कर्मचारी।

देहरादून

ये पहला मौका था जब रात के वक्त जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर किसी फ्लाइट ने लैंड और टेक ऑफ किया। सभी अधिकारी-कर्मचारियों को घर से बुलाया गया था।  उत्तरकाशी में यमुनोत्री हाईवे पर हुए बस हादसे ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया।

एक ही झटके में 26 जिंदगियां खत्म हो गईं। हादसे के बाद पूरे प्रदेश में हचलच मची रही। रविवार की रात जौलीग्रांट एयरपोर्ट को पहली बार किसी फ्लाइट के लिए खोला गया। ये पहला मौका था जब रात के वक्त यहां किसी फ्लाइट ने लैंड और टेक ऑफ किया था। दरअसल सड़क हादसे के बाद रविवार रात को 11 बजे मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान विशेष विमान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे थे, उन्हीं के लिए रात में पहली बार एयरपोर्ट को संचालित किया गया था। बता दें कि रविवार शाम हुए हादसे में जान गंवाने वाले सभी लोग मध्यप्रदेश के रहने वाले थे। हादसे की खबर मिलते ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सारा काम छोड़कर रात में ही सीधे देहरादून के लिए निकल गए थे, लेकिन परेशानी ये थी कि देहरादून का जौलीग्रांट एयरपोर्ट रात में बंद हो जाता है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए एयरपोर्ट निदेशक प्रभाकर मिश्रा ने तत्काल सभी स्टाफ को घर से बुलाया और एयरपोर्ट को चालू किया। इसके बाद रात 11 बजे विशेष विमान से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे। वहां से शिवराज सिंह चौहान घटनास्थल पर गए। जौलीग्रांट एयरपोर्ट निदेशक प्रभाकर मिश्रा ने बताया कि आमतौर पर जौलीग्रांट एयरपोर्ट रोज सुबह 6 बजे खोला जाता है। रात में करीब 8 बजे एयरपोर्ट को बंद कर दिया जाता है। रविवार को भी सभी फ्लाइटों की आवाजाही के बाद रात 8:47 पर एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया था, लेकिन यमुनोत्री हादसे की सूचना के बाद एयरपोर्ट को रात 10:15 बजे दोबारा खोला गया, ताकि रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद की जा सके। इसके लिए एयरपोर्ट के सभी अधिकारियों और ट्रैफिक कंट्रोलर अधिकारियों को दोबारा बुलाया गया था। ये पहला मौका है जब जौलीग्रांट एयरपोर्ट का संचालन रात के वक्त किया गया।

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