देहरादून
यूथ रेडक्रास कमेटी द्वारा नैनीताल बैंक, क्षेत्रीय कार्यालय इंदिरा नगर में “नैनीताल बैंक शताब्दी समारोह” के उपलक्ष में आयोजित रक्तदान शिविर में श्री महन्त इंद्रेश हाॅस्पिटल ब्लड बैंक के सहयोग से कुल 31 यूनिट रक्त एकत्र किया गया।
इस अवसर पर रिकॉर्ड 140 बार रक्तदान कर चुके यूथ रेडक्रास के चेयरमैन अनिल वर्मा को रक्तदान के क्षेत्र में अतुलनीय सेवाओं के लिए नैनीताल बैंक के एम० डी० एवं सी० ई० ओ० निखिल मोहन तथा रीजनल हैंड अजय सेठ द्वारा नैनीताल बैंक जन्म शताब्दी “रक्तदान परम सेवा अवाॅर्ड” प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार प्रदान करके सम्मानित किया गया ।
रक्तदान शिविर का उद्घाटन मुख्य अतिथि राज्य रेडक्रास सोसायटी के महासचिव डॉ० एम एस अंसारी , यूथ रेडक्रास के चेयरमैन अनिल वर्मा तथा डॉ० प्रीति मिश्रा द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के उपरांत नैनीताल बैंक के रीजनल हैंड अजय सेठ द्वारा स्वयं रक्तदान करके किया गया।
रक्तदाताओं को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ० एम एस अंसारी ने नैनीताल बैंक के समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों को शताब्दी वर्ष की बधाई दी। उन्होंने कहा कि रक्तदान नि:स्वार्थ समाज सेवा का सरलतम व सर्वोत्तम माध्यम है। रक्तदान करके हम अपने शरीर का थोड़ा सा रक्त और अपने समय में से थोड़ा सा वक्त देकर एक व्यक्ति का जीवन ही नहीं बचाते , बल्कि उसके परिवार के आंसू पोंछकर उनकी खुशियां लौटाते हैं।
नैनीताल बैंक के रीजनल हैंड अजय सेठ ने समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों कहा कि अपना जन्मदिन हो या विवाह की वर्षगांठ आदि हमें अपनी खुशियां दूसरों के साथ मौज – मस्ती में नहीं बल्कि दूसरों का दुख- दर्द दूर करके बांटनी चाहिए। यही सोचकर हमने नैनीताल बैंक के जन्म शताब्दी वर्ष की विशेष खुशी के मौके पर रक्तदान शिविर आयोजित करने के साथ ही रक्तदान के क्षेत्र में अति विशिष्ट योगदान करने वाले 140 बार रक्तदानी डॉ० कार्ल लैंडस्टीनर ंअवाॅर्डी अनिल वर्मा को नैनीताल बैंक शताब्दी “रक्तदान परम सेवा अवाॅर्ड ” से सम्मानित करने का फैसला लिया जिसका समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने हार्दिक स्वागत किया। हम भविष्य में भी इसे जारी रखने का प्रयास करेंगे।
इससे पूर्व रक्तदाता प्रेरक यूथ रेडक्रास के चेयरमैन अनिल वर्मा ने नैनीताल बैंक के शताब्दी वर्ष के ऐतिहासिक अवसर पर उन्हें “रक्तदान परम सेवा अवार्ड” से सम्मानित किये जाने पर हार्दिक धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया। उन्होंने रक्तदाताओं को प्रेरित करते हुए कहा कि भारत विश्व में सबसे युवा राष्ट्र होते हुए भी यहां लोगों में रक्तदान के प्रति अनेक भ्रांतियां हैं। जबकि वास्तविकता यह है कि रक्त प्राप्त करने वाले मरीज के साथ ही रक्तदान करने वाले व्यक्ति को भी अनेक फायदे होते हैं। ब्लड प्रेशर , कोलेस्ट्रॉल तथा मोटापा कंट्रोल में रहता है। प्रत्येक तीन माह बाद रक्तदान करने से रक्त में आयरन का स्तर उचित बना रहता है , जिससे हार्ट अटैक की सम्भावना बहुत कम रहती है। रक्तदान करने के उपरांत नए ब्लड सैल्स बनने से शरीर में अधिक उत्साह, स्फूर्ति एवं ऊर्जा का संचार होता है।
श्री वर्मा ने थैलीसीमिया के प्रति जागरूक करते हुए युवाओं का आह्वान किया कि प्रत्येक युवक व युवती आपस में विवाह से पूर्व अपनी रक्त की थैलीसीमिया जांच अवश्य करवा लें ताकि उनकी होने वाली संतान को भयानक रक्त रोग थैलीसीमिया का शिकार होकर जीवन भर के लिए दूसरों के रक्त पर आश्रित होने को मजबूर न होना पड़े।
यूथ रेडक्रास कमेटी के चेयरमैन अनिल वर्मा द्वारा अजय सेठ ,रेडक्रास महासचिव डॉ० एम एस अंसारी , ब्लड बैंक चिकित्साधिकारी डॉ० प्रीति मिश्रा , समन्वयक अमित चंद्रा , सह- समन्वयक मोहित चावला, रेडक्रास वालंटियर मेजर प्रेमलता वर्मा तथा श्रीमती पुष्पा भल्ला को सम्मानित किया गया।
महंत इंद्रेश हाॅस्पिटल ब्लड बैंक की चिकित्साधिकारी डॉ० प्रीति मिश्रा ने कहा कि मेडिकल साइंस के वैज्ञानिकों के सतत् प्रयास के बावजूद अभी तक मानव रक्त का कोई विकल्प नहीं खोजा जा सका है। अतः प्रत्येक मनुष्य का नैतिक कर्तव्य है कि वह दूसरों का जीवन बचाने के लिए स्वेच्छापूर्वक रक्तदान करके मानवता की रक्षा करे। एक व्यक्ति का एक बार किया हुआ रक्तदान कम से कम तीन मृतप्राय लोगों को जीवन दे सकते हैं।
रक्तदान शिविर में दीपक छाबड़ा, रूचि सिंह, तिलक,अक्षय, सुहेल खान, नितिन सूद ,सुंदरम , जया ,आयुष मेहता , मोहित जायसवाल,नूतन चमोली , ज़ोहेब,संजय थापा,शुभम कंसल ,आर सी चमोली, प्रखर, तथा लाल सिंह आदि ने विशेष सहयोग दिया।
शिविर का समापन समस्त रक्तदाताओं को, प्रमाण पत्र, पुरस्कार तथा रिफ्रेशमेंट प्रदान करके हुआ।
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