देहरादून
उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग (UKSSSC) भर्ती पेपर लीक मामले में जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह को इंटरसेप्ट किया गया है। स्नातक स्तरीय पेपर लीक जांच के दौरान हाकम सिंह का नाम सबसे ज्यादा चर्चाओं में आया। जिसे हिमाचल के आरा कोर्ट बॉर्डर पर स्थानीय पुलिस ने इंटरसेप्ट किया। जिसके बाद देहरादून से एसटीएफ टीम मौके के लिए रवाना हो चुकी है।
बता दें कि पेपर लीक मामले की जांच के दौरान हाकम सिंह का नाम सबसे अधिक चर्चाओं में आया। हालांकि, पुख्ता सबूत ना मिलने के कारण एसटीएफ अभी तक उससे पूछताछ नहीं कर सकी थी, लेकिन कुछ सुराग मिलने के बाद हाकम सिंह से पूछताछ की कार्रवाई की जा रही है।
वहीं इससे पहले लगातार हाकम सिंह का नाम इस मामले में आ रहा था और उन पर सरकारी नौकरी की गारंटी देने का तक आरोप लगा। साथ ही उनके परिवार से भी कई सदस्यों के चयनित होने की बात कही गई। वहीं फॉरेस्ट गार्ड धांधली में भी नाम आने पर मुंबई भागने का आरोप लगाया गया। इसके अलावा वर्तमान में चल रही एसटीएफ जांच के दौरान बैंकाक भागने की बात कही गई।
इस मामलों पर हाकम सिंह ने ऑनलाइन ही मीडिया से इन सभी चर्चाओं पर अपनी बात रखी। उन्होंने इन अभी आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि, उनके भाई के पत्नी का इसमें सिलेक्शन हुआ है लेकिन वो अलग रहते हैं और अपनी पढ़ाई व तैयारी से चयनित हुए हैं, उनके चयन से मेरा कोई भी संबध नहीं है। साथ ही कहा कि, फॉरेस्ट गार्ड में SIT जांच के बाद सभी आरोपी सलाखों के पीछे हैं, उनका कोई संबंध नहीं रहा। वहीं वर्तमान में चल रही पेपर लीक जांच मामले से भी कोई संबध नहीं होना बताया। साथ ही बताया कि, वह अपने कुछ इंट्रूमेंट खरीदने के लिए थाईलैंड गए हैं। इसके अलावा कहा कि, बिना तथ्य खबर छपने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही और मानहानि नोटिस देने की बात कही थी।
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