देहरादून
देहरादून के इसी रोड पर स्थित काबुल हाउस में आज कस्टोडियन संपत्ति पर बेदखली की कार्रवाई की गई … जिसमें प्रशासन की टीम ने 16 परिवारों पर कार्रवाई करते हुए उनके ठिकानों से सामान बाहर निकाला। आपको बता दे की सुबह ही एडीएम की मौजूदगी में भारी पुलिस फोर्स के साथ टीम मजदूरों को लेकर काबुल हाउस पहुंची… जहां पर 16 अवैध कब्जों पर कार्रवाई करते हुए उनके सामान को घरों से बाहर निकाला गया। जिस पर लोगों में खासी नाराजगी नजर आई और उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए । प्रशासन के अधिकारियों की माने तो उनके द्वारा पहले ही इन सभी लोगों को नोटिस दे दिया गया था , ताकि उन लोगों को समय मिल जाए और वह अपने सामान को खुद ही बाहर निकाल दें … लेकिन लोगों द्वारा जब सामान को बाहर नहीं निकल गया तो न्यायालय के आदेश पर कार्रवाई अमल में लाई गई। इसके साथ ही जिलाधिकारी का कहना है की अभी उनको समय देने पर विचार किया जा रहा है।
करीब 400 करोड़ की कीमत के काबुल हाऊस पर फर्जी दस्तावेज से 17 लोगों ने किया था अपनी संपत्ति होने का दावा
जिलाधिकारी देहरादून ने 22 अक्टूबर को हाउस को शत्रु संपत्ति किया था घोषित
15 दिन के भीतर कबुल हाउस को खाली करने के जारी किये थे निर्देश।
40 साल तक चला कबुल हाउस का मामला। प्रयागराज हाईकोर्ट से होते हुए नैनीताल हाईकोर्ट के बाद जिलाधिकारी न्यायालय में पहुंचा था।
1879 में काबुल के राजा मोहम्मद याकूब खान देहरादून आकर बस गए थे। यहां उनकी कई संपत्तियां थीं। उनके वंशज बंटवारे के दौरान पाकिस्तान चले गए। काबुल हाऊस पर फर्जी दस्तावेज बनाकर कई लोग अपने दावे कर रहे थे।
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