अल्मोड़ा
क्रिकेट स्टार महेन्द्र सिंह धोनी आज अल्मोडा जनपद के विकास खण्ड के लमगड़ा में अपने पैतृक गाँव ल्वाली पहुंचे।इस दौरान उनके गांव ल्वाली में उनके परिवार एव ग्रामीणों स्वागत किया साथ माही ने पैतृक गांव में अपने इष्टदेव की पूजा अर्चना की और परिवार जनों के साथ फोटो खिंचवाई और पैतृक गांव में अपने घर का जायजा भी लिया और अपने साथियों से मुलाकात की तथा प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लिया एवं चाय भी पी।टीम इंडिया के पूर्व कप्तान क्रिकेटर महेंद्र सिंह धौनी इन दिनों उत्तराखंड के कुमाउं दौरे पर है। धोनी अपनी पत्नी साक्षी के साथ आज अल्मोड़ा जिले के जैती तहसील स्थित अपने पैतृक गांव ल्वाली पहुंचे। धोनी के गांव पहुंचते ही लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। इस दौरान धोनी व उनकी पत्नी सबसे पहले अपने पैतृक आवास पर पहुंचे।
जिसके बाद उन्होंने गांव में स्थित गोल्यूज, हरज्यू व अपनी कुलदेवी के मंदिर में पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। इस दौरान महेंद्र सिंह धोनी ने गांव के लोगों के साथ अपनी पुरानी यादों को ताजा किया। इस दौरान धोनी के साथ उनके रिश्तेदारों व ग्रामीणों ने जमकर सेल्फी व तस्वीरें ली। महेंद्र सिंह धोनी 20 साल बाद अपने गांव पहुंचे। इससे पहले वह 2003 में गांव आए थे।
बता दे कि भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी वर्ष 2003 के बाद एक बार फिर अपने पुस्तैनी गांव लौवाली पहुंचे और दोस्त के घर लंच किया। उन्होंने अपने पैतृक मंदिरों को गुप्त दान दिया।
अल्मोड़ा जिले में जैंती का लौवाली गांव है विश्व प्रसिद्ध क्रिकिटर महेंद्र सिंह धौनी का। गांव पहुंचकर महेंद्र ने परिवार समेत अपने पुस्तैनी घर को देखा। उन्होंने हिमती थान, एड़ी, गोल्ज्यू देवता, मंदिर और भूमिया देवता मंदिर को आर्थिक मदद के रूप में चैक दिया।
धौनी ने अपने रिश्तेदारों और ग्रामीणों के साथ फोटो खिंचाई। महेंद्र ने गांव में अपने कुनबे के साथ सामूहिक फ़ोटो खिंचाई। धौनी के साथ यदगार फोटो खिंचाने के लिए उनके परिवार के बच्चे और बड़े समेत सभी लोग पहुंच गए और सभी ने मिलकर ग्रुप फ़ोटो खिंचवाया। इसके अलावा उन्होंने ग्रामीण परिवेश के सूचक घांस के लूटे के साथ फोटो खिंचवाया। इस दौरान उनकी पत्नी साक्षी धौनी, बच्चा और मित्र बंधु मौजूद रहे। महेंद्र ने अपने बाल्यकाल के मित्र और रिश्तेदार चंदन सिंह धौनी ‘चंदा’ के घर पहुंचकर लंच किया। कुलपुरोहित मंनोज जोशी ने धौनी और उनके परिवार को पांच मंदिर में पूजा अर्चना कराई। ग्रामीण हरोश चंद भट्ट ने बताया कि वर्षों बाद आए धौनी से मिलकर गांव के सभी लोग बहुत खुश हैं।
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