केदारनाथ आपदा प्रभावित 67 बच्चों को निःशुल्क उच्च शिक्षा प्रदान करेगा सीआईएमएस कालेज, विद्या धनम, सर्व धन प्रधानम को चरितार्थ करेगा सीआईएमएस कालेज- ललित जोशी

देहरादून

सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज देहरादून द्वारा केदारनाथ आपदा प्रभावित बच्चों व उनके परिजनों के साथ ईगास पर्व मनाया गया। केदारनाथ आपदा प्रभावित परिवार अपने दो दिवसीय भ्रमण पर देहरादून में मौजूद हैं। प्रथम दिन धाद संस्था द्वारा इन परिवारों व बच्चों के साथ धूमधाम से ईगास पर्व मनाया। वहीं दूसरे दिन सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुफ ऑफ कॉलेज देहरादून द्वारा इन बच्चों का स्वागत सत्कार किया। सीआईएमएस कॉलेज द्वारा अपने परिजनों के साथ आए इन बच्चों को देहरादून के विभिन्न स्थानों में शैक्षणिक भ्रमण कराया। तो वहीं कॉलेज के छात्र-छात्राओं से संवाद भी किया। सीआईएमएस कॉलेज का आदर सत्कार देखकर आपदा प्रभावित यह परिवार व बच्चे बेहद खुश नजर आए, शाम को बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम व भैलो खेलकर अपनी खुशी जाहिर की।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज देहरादून के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने सभी बच्चों को ईगास पर्व की शुभकामनाएं देते हुए उनके परिजनों को आश्वासन दिलाया कि वह 12वीं के बाद इन सभी बच्चों को अपने संस्थान में नि:शुल्क उच्च शिक्षा प्रदान करेंगे, जिससे कि भविष्य में यह बच्चे अपने पैरों पर खड़े हो सके। उन्होंने कहा कि केदारनाथ हो या जोशीमठ आपदा हमारा संस्थान हमेशा आपदा पीडितों के साथ खड़ा रहा है। केदारनाथ आपदा से प्रभावित विभिन्न बच्चे हमारे संस्थान से उच्च शिक्षा ग्रहण कर देश के विभिन्न संस्थानों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमारे संस्थान द्वारा प्रत्येक वर्ष आर्थिक रूप से कमजोर 300 छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क उच्च शिक्षा प्रदान कर रहा है, जिसमें कोरोना काल में प्रभावित परिवारों के बच्चों व आपदा प्रभावित परिवारों के बच्चों को भी उच्च शिक्षा प्रदान की जा रही है।
कार्यक्रम में देहरादून के मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप रावत, शुशील राणा, देवानंद देवली,धाद संस्था के सचिव तन्मय मंमगाई, मनीषा मंमगाई, आशा डोभाल, माधुरी रावत, मीनाक्षी जुयाल, जगमोहन रावत, सीआईएमएस एंड य़ूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के मैनेजिंग डायरेक्टर संजय जोशी, डायरेक्टर रमेश चन्द्र जोशी, केदार सिंह अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी मेजर (रिटा) ललित सामंत, मोहित बिष्ट व 200 से अधिक छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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