जोशीमठ
भारी बारिश से खचड़ा और लामबगड़ नाले में उफान आने से दोनों जगह बदरीनाथ हाईवे का कुछ हिस्सा बह गया। हाईवे पर दोनों ओर से वाहनों की लंबी लाइन लगी रही। पुलिस ने करीब 650 तीर्थयात्रियों को जगह-जगह रोक लिया है। शाम तक भारी बारिश जारी रहने से हाईवे की मरम्मत का काम शुरू नहीं हो पाया था।
पिछले कुछ दिनों से लामबगड़ क्षेत्र में रुक-रुककर भारी बारिश हो रही है। बारिश से शुक्रवार को खचड़ा नाले में भारी मलबा आ गया। बीआरओ ने मशीनों के जरिये मलबे को हटाकर सुबह छह बजे तक हाईवे को सुचारु कर दिया था।
दोपहर करीब दो बजे हुई भारी बारिश से खचड़ा और लामबगड़ नाले में दोबारा मलबा आ गया। लामबगड़ नाला उफान पर आने से हाईवे का करीब आठ मीटर हिस्सा बह गया। जबकि खचड़ा नाले में भी हाईवे का चार मीटर हिस्सा बह गया है।
हाईवे के बंद होने पर गोविंदघाट और बदरीनाथ थाना पुलिस ने तीर्थयात्रियों के वाहनों को जोशीमठ, मारवाड़ी, पांडुकेश्वर और गोविंदघाट में ही रोक लिया। बदरीनाथ धाम जा रहे करीब 400 यात्रियों को रोका गया है, जबकि बदरीनाथ की ओर लगभग 250 यात्रियों को रोका गया है।
बीआरओ के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने बताया कि लामबगड़ नाला और खचड़ा नाले में हाईवे अवरुद्ध है। क्षेत्र में बारिश लगातार जारी है। बारिश थमने के बाद हाईवे को खोलने का काम शुरू होगा। वहीं, ग्राम पंचायत भट्टवाड़ी (मणिगुह) के मध्या गांव तोक से छेना तोक तक भारी भूस्खलन होने से एक परिवार का आवासीय भवन व गोशाला क्षतिग्रस्त हो गई। जबकि मुसाढुंग व सिरसोलिया गांव में भी बारिश से गोशाला क्षतिग्रस्त हो गई।
प्रधान भटवाडी की प्रधान भारती देवी ने बताया कि भारी बारिश से मध्या गांव तोक निवासी राजेश का आवासीय भवन व बलवीर लाल की गोशाला क्षतिग्रस्त हो गई। बसंती लाल व प्रेम लाल के मकान भूधंसाव की जद में आ गए हैं।
समय रहते दोनों परिवार अन्य सुरक्षित स्थानों पर चले गए। अन्यथा कोई बड़ा हादसा हो सकता था। माध्या गांव के छेना तोक के पैदल रास्ते, पेयजल व विद्युत लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई है। इसके अलावा जखोली में मुसाढुंग गांव निवासी महावीर सिंह और सिरसोलिया गांव की गीता देवी की गोशाला भी क्षतिग्रस्त हो गई।
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