राष्ट्र सेवा में सर्वस्व न्योछावर करना गुरुकुल की शिक्षा का अंग रहा हैरू प्रो शास्त्री

हरिद्वार; आजादी के अमृत महोत्सव के तहत कार्यक्रमों की श्रृंखला के अंतर्गत गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय में तिरंगा यात्रा रैली का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रूप किशोर शास्त्री ने दयानंद द्वार पर स्थित टैंक से तिरंगा यात्रा रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया।इस मौके पर कुलपति प्रो. रूप किशोर शास्त्री ने कहाकि आजादी की लड़ाई में गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय की भूमिका आजादी की अलख जगाने वाली रही है। पराधीनता के समय में गुरुकुल की यह पुण्य भूमि क्रांतिकारी गतिविधियों का बड़ा केंद्र रही है। प्रो. शास्त्री ने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द महान देशभक्त एवं स्वतंत्रता सेनानी थे। तिरंगा यात्रा रैली का दिन उन महान देशभक्त एवं स्वतन्त्रता सेनानियों को याद करने का की दिन है, जिनके पुरुषार्थ के कारण आज हम आजाद हैं। राष्ट्र सेवा में सर्वस्व न्योछावर कर देना गुरुकुल की शिक्षा एवं परंपरा का अनिवार्य अंग रहा है।तिरंगा यात्रा रैली दयानंद द्वार से आरंभ होकर सिंहद्वार होते हुए शंकर आश्रम, रानीपुर मोड पहुंची तथा रानीपुर मोड़ से हाईवे पर सर्विस लेन से होते हुए दयानंद स्टेडियम पहुंचकर समाप्त हुई। यहां कुलपति प्रो. रूप किशोर शास्त्री ने राष्ट्र ध्वज फहराया। तिरंगा रैली यात्रा में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, शिक्षकेत्तर कर्मियों ने भी प्रतिभाग किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों एवं समस्त छात्र-छात्राओं से अपने-अपने घरों पर तिरंगा लगाने की अपील की गई।रैली के अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार सहित कार्यक्रम में मुख्य संयोजक प्रो. अंबुज कुमार शर्मा, प्रो आर सी दुबे, प्रो सोमदेव शतांशु, प्रो दिनेशचंद्र शास्त्री, सह संयोजक डॉ. अजय मलिक, डॉ. धर्मेन्द्र बालियान, प्रो पंकज मदन, प्रो कर्मजीत भाटिया और जयचंद आदि उपस्थित रहे।

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