उत्तराखंड चारा पत्ती विवाद: सामने आई प्रियंका गांधी की प्रतिक्रिया, फेसबुक पर पोस्ट लिख भाजपा पर साधा निशाना

देहरादून

उत्तराखंड के हेलंग में हाल ही में गरमाए चारा पत्ती विवाद पर अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल इस घटना का वीडियो अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा ‘पहाड़ों की घास पर पहाड़ के लोगों को ही हक न मिलना सरासर ज्यादती है। स्थानीय लोगों ने पहाड़ों की रक्षा की, उनको संवारा, सरकार उन्हीं को उत्तराखंड के हेलंग में पहाड़ की घास काटने से रोक रही है।

उन्होंने आगे लिखा, ‘भाजपा सरकार एक तरफ आदिवासियों से एक जंगल- जमीन का अधिकार छीन रही है तो दूसरी तरफ पहाड़ पर रहने वालों को पहाड़ी प्राकृतिक संपदाओं से वंचित कर रही है।’ माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी के इस मुद्दे को उठाने के बाद अब उत्तराखंड कांग्रेस इस मुद्दे को और जोर शोर से उठाएगी।

आरोप है कि जोशीमठ हेलंग में चारापत्ती लेकर आ रही कुछ महिलाओं से पुलिस और सीआईएसएफ ने उनकी गठरियां छीन लीं और उन्हें छह घंटे तक हिरासत में रखा। इस दौरान उन्हें पुलिस वाहन और थाने में बिठाकर रखा गया। महिलाओं का कहना था कि वे सालों से चारा पत्ती लाती रही हैं, लेकिन पुलिस और सीआईएसएफ के जवानों ने उनकी एक न सुनी। उन्होंने पूरे क्षेत्र को प्रतिबंधित बताते हुए उन्हें पुलिस वाहन और थाने में बैठाया और 250 रुपये का चालान कर छोड़ा।

ग्रामीण महिलाओं को चारा पत्ती लाने से रोकने और उनका चालान करने के मामले ने देखते ही देखते तूल पकड़ लिया। सोशल मीडिया पर पुलिस और सीआईएसएफ की इस कार्रवाई की जमकर आलोचना हुई। निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप प्रकरण की जांच की मांग की। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, उत्तराखंड क्रांति दल ने भी इसका विरोध किया और सरकार से मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की। महिला कांग्रेस ने देहरादून में प्रदर्शन किया।

मामला संज्ञान में आने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिला प्रशासन से तत्काल रिपोर्ट तलब की थी साथ ही गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार को मामले की जांच करने के निर्देश दिए थे। वहीं, महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने भी डीएम चमोली को निर्देश दिए कि वे पूरे मामले की जांच करें और पीड़ितों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर उनका पक्ष जानें।

About Author

You may have missed