कोरोना काल में दुनिया के लिए उम्मीद की किरण बना भारत: प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर कोरोना काल में हार नहीं मानने की प्रवृत्ति को भारतीयों की ताकत बताया। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान नकारात्मकता के माहौल में भारत ने अपने सामर्थ्य पर भरोसा किया और दुनिया के लिए चिंता नहीं, बल्कि उम्मीद की किरण बनकर उभरा।प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को कोरोना में अनाथ हुए बच्चों के लिए पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत दी जाने वाली सुविधाओं को जारी करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने उन बच्चों के जीवन में आ रही कठिनाइयों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की जिन्होंने कोरोना के कारण अपने प्रियजनों को खो दिया। उन्होंने बच्चों से कहा कि वह प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं, बल्कि परिवार के सदस्य के तौर पर उनसे संवाद कर रहे हैं।प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से योजना की शुरुआत करते हुये कहा कि पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना ऐसे कोरोना प्रभावित बच्चों की मुश्किलें कम करने का एक छोटा सा प्रयास है, जिनके माता और पिता या दोनों नहीं रहे। यह योजना इस बात का भी प्रतिबिंब है कि हर देशवासी पूरी संवेदनशीलता से आपके साथ हैं।प्रधानमंत्री ने बताया कि अगर किसी को प्रोफेशनल कोर्स या उच्च शिक्षा के लिए एजुकेशन लोन की जरूरत है तो उसमें भी पीएम-केयर्स मदद करेगा। अन्य दैनिक जरूरतों के लिए भी अलग-अलग योजनाओं के माध्यम से उनके लिए हर माह 4 हजार रुपये की व्यवस्था की गई है। इसी क्रम में आगे उन्होंने कहा कि 23 वर्ष की आयु पूरी करने करने पर 10 लाख रुपये के अलावा बच्चों को आयुष्मान कार्ड के माध्यम से स्वास्थ्य बीमा और संवाद हेल्पलाइन के जरिये भावनात्मक परामर्श दिया जाएगा, ताकि मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक मदद की जा सके।प्रधानमंत्री ने कहा कि इस फंड ने कोरोना काल में अस्पतालों को तैयार करने, वेंटिलेटर्स खरीदने और ऑक्सिजन प्लांट लगाने में भी बहुत मदद की। इससे अनेक लोगों का जीवन बचाया जा सका और कई परिवारों का भविष्य बचाया जा सका। प्रधानमंत्री ने कहा कि निराशा के अंधकारमय वातावरण में भी यदि हम स्वयं पर विश्वास करें तो प्रकाश की एक किरण अवश्य दिखाई देती है। उन्होंने भारत को ही इसका सबसे बड़ा उदाहरण बताया। प्रधानमंत्री ने बच्चों को सलाह दी कि निराशा को हार में न बदलने दें।प्रधानमंत्री ने बच्चों को सलाह दी कि वे अपने बड़ों और शिक्षक का कहा मानें। इस कठिन समय में अच्छी किताबें उनकी विश्वसनीय दोस्त हो सकती हैं। प्रधानमंत्री ने उन्हें रोग मुक्त रहने और खेलो इंडिया व फिट इंडिया मूवमेंट का नेतृत्व करने के लिए भी कहा। साथ ही योग दिवस में भी भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।भारत में कोरोना रोधी टीका तैयार करने से लेकर अनाज आदि उपलब्ध कराने के कदमों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नकारात्मकता के उस माहौल में भारत ने अपने सामर्थ्य पर भरोसा किया। हमने अपने वैज्ञानिकों, डॉक्टरों, अपने युवाओं पर भरोसा किया और हम दुनिया के लिए चिंता नहीं, बल्कि उम्मीद की किरण बनकर निकले।उन्होंने कहा कि हम समस्या नहीं बने, बल्कि हम समाधान देने वाले बने। हमने दुनिया भर के देशों को दवाइयां भेंजी, वैक्सीन्स भेजीं। अपने इतने बड़े देश में भी हम हर एक नागरिक तक वैक्सीन लेकर गए। हमारा देश सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ रहा है और दुनिया नई उम्मीद और विश्वास के साथ हमारी ओर देख रही है।भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतान्त्रिक गठबन्धन (राजग) सरकार के आठ साल पूरे होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इन आठ सालों में देश का आत्मविश्वास, देशवासियों का खुद पर भरोसा बढ़ा है। भ्रष्टाचार, हजारों करोड़ के घोटाले, भाई-भतीजावाद, देशभर में फैल रहे आतंकी संगठन, क्षेत्रीय भेदभाव, जिस कुचक्र में देश 2014 से पहले फंसा हुआ था, उससे बाहर निकल रहा है।स्वच्छ भारत मिशन, जन धन योजना या हर घर जल अभियान जैसी कल्याणकारी नीतियों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना से आगे बढ़ रही है। पिछले 8 साल गरीबों के कल्याण और सेवा के लिए समर्पित रहे हैं।प्रधानमंत्री ने आगे कहा, परिवार के एक सदस्य के रूप में हमने कठिनाइयों को कम करने और देश के गरीबों के लिए जीवन की सुगमता में सुधार करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ाकर सरकार ने गरीब को उसके अधिकार सुनिश्चित किए हैं। अब गरीब से गरीब को भरोसा है कि सरकार की योजनाओं का लाभ उसे मिलेगा, निरंतर मिलेगा। इस भरोसे को बढ़ाने के लिए ही हमारी सरकार अब शत प्रतिशत सशक्तिकरण का अभियान चला रही है।प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने पिछले आठ वर्षों में जितनी ऊंचाइयां हासिल की हैं, उसकी पहले किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। आज दुनिया भर में भारत का गौरव बढ़ा है, वैश्विक मंचों पर भारत की ताकत बढ़ी है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि युवा शक्ति भारत की इस यात्रा का नेतृत्व कर रही है।

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