देहरादून
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास में भगवान महावीर स्वामी एवं डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह की शिक्षा देने वाले जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर जी द्वारा दी गयी शिक्षा समस्त मानव समाज के कल्याण हेतु सदैव पथ प्रदर्शक का कार्य करती रहेगी। भगवान महावीर अहिंसा और त्याग की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने अहिंसा को परम धर्म माना और समाज को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने की शिक्षा दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि डॉ. भीमराव बाबा साहेब अंबेडकर एक महान विचारक थे, उन्होंने समाज में सबको समान अधिकार दिलाने के लिए अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने सामाजिक भेदभाव को दूर करने और समानता का सिद्धांत लागू करने के लिए भारतीय संविधान का मार्ग चुना। डॉ. अंबेडकर ने समाज से अश्पृश्यता एवं कुप्रथाओं को मिटाने, समरसता स्थापित करने और पिछड़े तबके को मुख्यधारा में लाने में अहम भूमिका निभाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह की शिक्षा देने वाले जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर जी द्वारा दी गयी शिक्षा समस्त मानव समाज के कल्याण हेतु सदैव पथ प्रदर्शक का कार्य करती रहेगी। भगवान महावीर अहिंसा और त्याग की प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने अहिंसा को परम धर्म माना और समाज को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने की शिक्षा दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि डॉ. भीमराव बाबा साहेब अंबेडकर एक महान विचारक थे, उन्होंने समाज में सबको समान अधिकार दिलाने के लिए अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने सामाजिक भेदभाव को दूर करने और समानता का सिद्धांत लागू करने के लिए भारतीय संविधान का मार्ग चुना। डॉ. अंबेडकर ने समाज से अश्पृश्यता एवं कुप्रथाओं को मिटाने, समरसता स्थापित करने और पिछड़े तबके को मुख्यधारा में लाने में अहम भूमिका निभाई।
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